सांख्य दर्शन क्या है?

नमस्ते शिक्षार्थियों!

क्या आपने कभी यह महसूस किया है कि इस विशाल ब्रह्मांड में जो कुछ भी हो रहा है, वह एक अदृश्य शक्ति के द्वारा संचालित हो रहा है? आप जहां भी देखें, पेड़, पौधे, जीव-जंतु, मनुष्य, यहाँ तक कि आकाश और तारे, सब कुछ लगातार बदल रहा है। इस परिवर्तन की वजह क्या है? आखिर कौन सी शक्ति है जो इन सबको नियंत्रित करती है? यह शक्ति कोई और नहीं बल्कि हमारे प्राचीन भारतीय दर्शन में वर्णित प्रकृति और पुरुष का मिलन है।

आइए, हम इस गूढ़ रहस्य को समझने के लिए एक यात्रा पर निकलते हैं, जहां हम जानेंगे कि सांख्य दर्शन कैसे सृष्टि की रचना, उसके कार्य-व्यवहार और मनुष्य के दुखों के कारणों का विस्तार से वर्णन करता है।

सांख्य दर्शन क्या है? Read More »

What does Purush and Prakriti Mean?

Namaste Shiksharthis! In the heart of Hindu philosophy, Samkhya provides a beautiful, logical framework for understanding the world. It explains the interplay between the conscious and the material, between spirit and matter. This interaction of Purusha (consciousness) and Prakriti (nature) creates the universe and everything in it. But how does this process work? In this post, we explore Samkhya’s deep insights into Purusha and Prakriti, and how their interaction shapes reality.

What does Purush and Prakriti Mean? Read More »

What is Samkhya Darshan?

Namaste Shiksharthis! Ever wondered how ancient sages of India could grasp the mysteries of the universe without modern technology? The Sankhya philosophy, created thousands of years ago, holds insights into the nature of existence, comparable to today’s scientific discoveries. Let’s dive into this fascinating world where ancient wisdom meets modern curiosity.

What is Samkhya Darshan? Read More »